एक एक पादरी थे.वो बहुत ही पॉजिटिव थे कभी भी किसी के बारे में गलत नहीं सोचते थे.
एक बार वो restaurant में बैठे coffee पी रहे थे तभी उन्होंने एक शिष्य को वहां देखा वो मीट खा रहा था.
पादरी ने शिष्य से कहा ओहो भूल गए आज फ़ास्ट का दिन है ,
शिष्य- नहीं सर में भुला नहीं हु
पादरी- तो तुम्हे ज़रूर doctor ने ये खाने को कहा होगा
शिष्य- नहीं सर doctor ने भी नहीं कहा
पादरी- आसमान की तरफ देखते हैं , कुछ कहते हैं जिससे उस शिष्य को अपनी गलती का एहसास होता है
Question- 1. पादरी क्या कहते हैं
२- इस कहानी का Moral क्या है
Ans 1.पादरी आसमान की तरफ देखकर कहते है "हे भगवन हम आज की generation से हम कितना सीख सकते है ये गलती करने पर उसे छिपाने के लिए झूट नहीं बोलते "
२,इस कहानी का Moral है की हमेशा हर व्यक्ति वास्तु और घटना में अच्छाई देखे उससे हमें फायदा होगा नेगेटिव सोचने से हम अपना ही नुकसान करेंगे
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