युवा कारोबार की नयी सोच
Delhi के 29 वर्षीय शांतनु देशपांडे ने अपनी चीन की नौकरी छोड़कर अगस्त २०१5 में अपनी कम्पनी शुरू की जो शेविंग उत्पादकों को ऑनलाइन बेचती है. इस कंपनी में अब तक २३ निवेशक से १5 करोड़ कनिवेश मिल चूका है. देशपांडे ऐसे बहरतिया उद्यमियो में से हैं जिनको अलग रास्तो में निकलने में दर नहीं लगता | अब कारोबारी का मतलब सूट बूट में तैयार कोई 5० साल का वक्ती नहीं बल्कि २०-३० साल का मामूली सा दिखने वाला लड़का भी हो सकता है जो रिस्क लेने से नहीं डरता| भारत में daily 4 startup जन्म ले आरहे हैं |सबसे ज़यदा जिन स्टार्टअप की चर्चा है वो ecommerce के फील्ड में से हैं|
पुणे बेस्ड कंपनी teknovance को २०१२ में २5 वर्षीय प्रसाद गुन्देचा ने शुरू किआ था जो अब २ करोड़ की कंपनी बन गई जिसका काम मकानो में इलेक्ट्रॉनिक्स उपकरणों को लगाना है.
कुछ एक दशक पहले जब लोग सरकारी नौकरी करने का सपना देखते थे वही आज के युवा अपना बिज़नेस स्टार्ट करने में लगे हैं
ऐसे ही इन युवाओ में आकाश छूने की ख्वाइश है २४ वर्षीय नकुल खन्ना गूगल में नौकरी करते थे . अगस्त २०१५ में अपनी गूगल की नौकरी छोड़कर २ स्टार्टअप में अपना ध्यान लगाया | पहला इंसटागो एक ऐसा एग्रीगेटर अप्प जो ग्लैक्सी सेवाओ की सूचि दे देता है. और दूसरा custmised यानि ग्राहक की पसंद के हिसाब से टीशर्ट बना देता है | डेल्ही यूनिवर्सिटी से बिज़नेस स्टडी में स्नातक करने वाले खन्ना कहते हैं " मुझे दोस्तों और परिवार का दवाव झेलना पढ़ा पर मैं जनता हु लम्बी दौड़ में ये जोखिम ही काम आएगा |
मणिपाल ग्लोबल एजुकेशन के चेयरमैन टी. वी मोहनदास मानते हैं की २०२५ तक भारत में १ लाख स्टार्टअप काम कर रहे होंगे जिनसे ५०० अरब डॉलर का कारोबार पैदा हो रहा होगा |
कुछ नए कारोबार के बढ़े खिलाडी
1.. Paytm
2.Flipcart
3.Snapdeal
4.Pepperfry
5.Shopclues
आज भारत में हज़ारो oppurtunity हैं ज़रूरत है सही सोच और मेहनत की|
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Delhi के 29 वर्षीय शांतनु देशपांडे ने अपनी चीन की नौकरी छोड़कर अगस्त २०१5 में अपनी कम्पनी शुरू की जो शेविंग उत्पादकों को ऑनलाइन बेचती है. इस कंपनी में अब तक २३ निवेशक से १5 करोड़ कनिवेश मिल चूका है. देशपांडे ऐसे बहरतिया उद्यमियो में से हैं जिनको अलग रास्तो में निकलने में दर नहीं लगता | अब कारोबारी का मतलब सूट बूट में तैयार कोई 5० साल का वक्ती नहीं बल्कि २०-३० साल का मामूली सा दिखने वाला लड़का भी हो सकता है जो रिस्क लेने से नहीं डरता| भारत में daily 4 startup जन्म ले आरहे हैं |सबसे ज़यदा जिन स्टार्टअप की चर्चा है वो ecommerce के फील्ड में से हैं|
पुणे बेस्ड कंपनी teknovance को २०१२ में २5 वर्षीय प्रसाद गुन्देचा ने शुरू किआ था जो अब २ करोड़ की कंपनी बन गई जिसका काम मकानो में इलेक्ट्रॉनिक्स उपकरणों को लगाना है.
कुछ एक दशक पहले जब लोग सरकारी नौकरी करने का सपना देखते थे वही आज के युवा अपना बिज़नेस स्टार्ट करने में लगे हैं
ऐसे ही इन युवाओ में आकाश छूने की ख्वाइश है २४ वर्षीय नकुल खन्ना गूगल में नौकरी करते थे . अगस्त २०१५ में अपनी गूगल की नौकरी छोड़कर २ स्टार्टअप में अपना ध्यान लगाया | पहला इंसटागो एक ऐसा एग्रीगेटर अप्प जो ग्लैक्सी सेवाओ की सूचि दे देता है. और दूसरा custmised यानि ग्राहक की पसंद के हिसाब से टीशर्ट बना देता है | डेल्ही यूनिवर्सिटी से बिज़नेस स्टडी में स्नातक करने वाले खन्ना कहते हैं " मुझे दोस्तों और परिवार का दवाव झेलना पढ़ा पर मैं जनता हु लम्बी दौड़ में ये जोखिम ही काम आएगा |
मणिपाल ग्लोबल एजुकेशन के चेयरमैन टी. वी मोहनदास मानते हैं की २०२५ तक भारत में १ लाख स्टार्टअप काम कर रहे होंगे जिनसे ५०० अरब डॉलर का कारोबार पैदा हो रहा होगा |
कुछ नए कारोबार के बढ़े खिलाडी
1.. Paytm
2.Flipcart
3.Snapdeal
4.Pepperfry
5.Shopclues
आज भारत में हज़ारो oppurtunity हैं ज़रूरत है सही सोच और मेहनत की|
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